साफ हवा सबको चाहिए, पेड़ सबको अच्छे लगते हैं. गंदगी को देखकर घृणा सबको होती है. जगह जगह कूड़े के ढ़ेर देखकर सबकी भौहें तन जाती हैं. पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. कविताएं लिखी जाती हैं. फेसबुक को खोलो तो लगता है जैसे सब जागरूक हैं पर्यावरण को लेकर. लेकिन सच्चाई हम सब जानते हैं.शिकायत सब करते रहते हैं,प्रयास कोई नहीं करता ।
पौधे लगाकर फोटो करवाई जाती है लेकिन उनकी देखभाल कोई नहीं करता. छोटे छोटे प्रयास बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं.. सबको मिलकर चलना होगा, नहीं तो प्रदूषण की समस्या बहुत विकट रूप ले लेगी और संभाले ना सम्भलेगी. आओ मिलकर हम अपने शहर में गाँव में खाली जगह में पेड़ लगा कर भारत को हरा भरा करे। अगर आप चाहते हैं आपके नाम से भी पेड़ हो तो आप जुड़ सकते हैं 'अपणा जंक्शन' के 'मेरा पेड़ मेरी पहचान' अभियान से।
अगर आज के समय की बात करें तो वायु प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या है और भारत जैसे देश में तो इस पर काबू पाना और भी मुश्किल हो जाता है क्यूँकि क्षेत्रफल भी अधिक है और जनसंख्या भी...
देश इतना तरक्की कर रहा है लेकिन आज भी असाक्षरता मुख्य समस्याओं में गिनी जाती है. इसका मुख्य कारण तो ग़रीबी ही है, ग़रीबी के कारण लोग अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते...