'अपणा जंक्शन' फांउनडेशन की स्थापना सन् 2020 में हुई। जिसमें अरुण मलिक द्वारा इंसानियत को जोड़ने का एक प्लेटफार्म तैयार किया गया।
इसमें अनेक कड़ियों को जोड़ कर 'अपणा जंक्शन' बनाया गया, ताकि समाज के सभी लोग एक साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों को एक अनूठा अवसर प्रदान कर सके। बच्चों और बड़ों के लिए साइकिल और बाल विकास के लिए शिक्षा व किताबे उपलब्ध कराने के लिए अरुण मलिक ने 'अपणा जंक्शन' लॉन्च किया। 'अपणा जंक्शन' का लक्ष्य है कि भारत में कोई भी जरूरतमंद घर में ऐसा ना हो जिसमें में साइकिल और शिक्षा ना हो। 'अपणा जंक्शन' समाज से भी आग्रह करता है कि हाथ से हाथ मिला कर हमारा का साथ दे ताकि हर जरुरत मंद तक साइकिल और शिक्षा पहुंचाई जा सके, हर किसी को 'जीवन की सवारी' का आनंद मिल सके और कोई भी अशिक्षित ना रहे। हमारी पूरी टीम इस अभियान में लोगों को जागरूक करने में लगी हुई है।
इसी संदर्भ में हमने पुरे देश में तीन अभियान चलाये हैं
जिसमें हम लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करते है साथ ही साइकिल चलाने से क्या क्या फायदे होते है ये भी बताते है इस अभियन से पुरे देश से लोग जुड़े रहे है उन सभी का हम धन्यवाद करते है अगर हर देशवासी अपने गाँवों में अपने शहरों में साइकिल का प्रयोग करने लग जाए और बच्चें अपने स्कूल कॉलेज साइकिल से जाने लग जाए तो भारत को प्रदूषण से भारी मात्रा में छुटकारा मिल सकता है।
इस अभियान में 'अपणा जंक्शन' गांव गांव जाकर बच्चों के लिए कैंप लगाता है जिसमें जरुरत मंद बच्चों को फ्री में शिक्षा और उन तक किताबों की व्यवस्था की जाती है। अगर हम सबको आने वाली पीढ़ियों को सुधारना है तो सबसे पहले अपने समाज में अपनी नींव मजबूत करनी होगी। हम समाज के सभी लोगों से आग्रह करते हैं कि अपने घर की किताबों को कबाड़ में न दे, उनकों आप 'अपणा जंक्शन' के पते पर भेज सकते है ताकि हम उन किताबों को जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचा सकें जिससे वह बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सके और अपने जीवन में रोशनी भर सकें अगर आप भी हमारे साथ जुड़ना चाहते है और मदद करना चाहते है तो अपणा जंक्शन आपका स्वागत करता है जुड़े 'अपणा जंक्शन' से जोड़े इंसानियत को।
इस अभियान में हम पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगा रहें है और लोगों से भी पेड़ लगाने की अपील करते है, ताकि हम विश्व में पर्यावरण को संतुलित कर सके।