देश इतना तरक्की कर रहा है लेकिन आज भी असाक्षरता मुख्य समस्याओं में गिनी जाती है. इसका मुख्य कारण तो ग़रीबी ही है, ग़रीबी के कारण लोग अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते.उनके भरण पोषण के लिए बच्चों को काम पर लगा दिया जाता है.बाल मजदूरी इसी ग़रीबी की उपज है. और जब बच्चे पढ़ेंगे लिखेंगे नहीं तो क्या करेंगे? दिशाहीन हो जाएंगे, नशे में पड़ जाएंगे.. युवावस्था में जो भटकाव आता है,वही क्राइम करवाता है. अगर इस अवस्था में उनकी एनर्जी को सही दिशा नहीं दी जाएगी तो भटकाव आना लाज़मी है.. वो नशे भी करेंगे और क्राइम भी।
इसका तो एक ही हल है कि उन्हें जागरूक किया जाए,अपनी सेहत के प्रति सचेत किया जाए, नशे से होने वाले नुकसानों को बताया जाए. उनकी पढ़ाई लिखाई का प्रबंध किया जाए. अपनी एनर्जी को सही कामों में लगाने के लिए प्रेरित किया जाए. उनके माँ बाप को समझाया जाए.उनसे बच्चों को ना पढ़ाने का कारण पूछना चाहिए और उनकी हर सम्भव मदद करनी चाहिए. अपणा जंक्शन' गाँव गाँव जाकर बच्चो को शिक्षा , जागरूक करने का काम कर रहा हैं आप इस कड़ी में जुड़ कर बच्चो की मदद कर सकते हैं ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी जागरूक हो नशे से दूर हो।
साफ हवा सबको चाहिए, पेड़ सबको अच्छे लगते हैं. गंदगी को देखकर घृणा सबको होती है. जगह जगह कूड़े के ढ़ेर देखकर सबकी भौहें तन जाती हैं...
अगर आज के समय की बात करें तो वायु प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या है और भारत जैसे देश में तो इस पर काबू पाना और भी मुश्किल हो जाता है क्यूँकि क्षेत्रफल भी अधिक है और जनसंख्या भी...